ला नीना प्रभाव: अगले 3 महीने तक रहेगी ठंड! IMD का पूर्वानुमान जारी 

ला नीना प्रभाव: अगले 3 महीने तक रहेगी ठंड! IMD का पूर्वानुमान जारी

ला नीना इफेक्ट: अगले 3 महीने तक पड़ेगी कड़ाके की ठंड! IMD ने जारी किया अलर्ट 

शीत ऋतु का मौसम पूर्वानुमान IMD ने ला नीना इफेक्ट की भविष्यवाणी की: इस साल उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ने वाली है। आने वाले तीन महीने लोगों के लिए काफी मुश्किल भरे रहेंगे। तापमान हर दिन नए रिकॉर्ड तोड़ेगा। इसके पीछे क्या वजह है? 

2024 का सबसे ठंडा शीतकालीन मौसम अपडेट: नवंबर का महीना लगभग शुरू होने वाला है। उत्तर भारत में सर्दियाँ धीरे-धीरे-धीरे-धीरे पार होती जा रही हैं। भागों पर उद्यम शुरू हो गया है। देश के कई राज्यों में जल्द ही कोहरे का मजा भी देखने को मिलेगा। मगर क्या आप जानते हैं कि दिसंबर इस साल का सबसे ठंडा महीना साबित होगा। मौसम विभाग की सलाह तो दिसंबर में क्रेक की खोज। उत्तर भारत के लोगों को तापमान में भारी गिरावट के साथ ठिठुरन और कोहरे की मार भी झेलनी पड़ी। आख़िर इसकी वजह क्या है?  

मौसम विभाग ने की थी भविष्यवाणी 

मौसमी के पूर्वानुमानों की प्रस्तुति से पहले ही मौसम विभाग ने हर बार की तुलना में इस साल सबसे अधिक ठंड की भविष्यवाणी की थी। दिसंबर के दीक्षांत समारोह के साथ ही यह भविष्यवाणी सच होती है। कई लोगों के मन में सवाल है कि इस साल क्या खास है, जो सारे रिकॉर्ड तोड़ने वाली है। असली इन सभी मसालों का सिर्फ एक ही जवाब है- ‘ला नीना इफेक्ट’ 

‘ला नीना इफ़ेक्ट’ क्या है? 

इस साल प्रशांत महासागर में ‘ला नीना इफेक्ट’ देखने को मिला था। अमूमन जब प्रशांत महासागर का सामान्य से अधिक ठंडा होता है, तो हवाएं एशियाई देशों का रुख कर सकती हैं। इसका असर सिर्फ भारत पर नहीं बल्कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान, श्रीलंका और म्यांमार में भी होता है। इन देशों में मौसम बहुत ज्यादा ठंडा हो गया है और तापमान में तेजी से गिरावट आ रही है।  

आखिरी बार कब दिखा था ‘ला नीना इफेक्ट’? 

यह पहली बार नहीं है जब भारत में ‘ला नीना इफेक्ट’ देखने को मिल रहा है। इससे पहले भी 2001 में समुद्र तट के दौरान ‘ला नीना इफेक्ट’ का असर दिखा था, जो 7 महीने तक था। वहीं अब 22 साल बाद एक बार फिर ‘ला नीना इफेक्ट’ ने समुद्र में वापसी कर ली है।  

3 महीने तक ऑर्गेनिक क्रैके की ठंड 

ताजा तेंडुलकर का जादू तो प्रशांत महासागर में आया ‘ला नीना इफेक्ट’ का 60 फीसदी असर भारत में देखने को मिलेगा। खासकर दिसंबर, जनवरी और फरवरी महीने में ‘ला नीना प्रभाव’ आपके योग पर रहेगा। यह तीन महीने उत्तर भारत के लोगों के लिए काफी चुनौतीपूर्ण होने वाले हैं। 

मौसम अपडेट: लंबे इंतजार के बाद आखिरकार उत्तर भारत में बारिश दे दी गई है। दिल्ली (दिल्ली), पंजाब (पंजाब), हरियाणा (हरियाणा), राजस्थान (राजस्थान), मध्य प्रदेश (एमपी), उत्तर प्रदेश (यूपी) और बिहार (बिहार) समेत कई राज्यों में गुरुवार को तापमान में गिरावट दर्ज की गई। दक्षिण के कई राज्यों में बारिश हो रही है, जबकि दक्षिण के कई राज्यों में बारिश हो रही है। मौसम विभाग (IMD) का अनुमान है कि 15 नवंबर के बाद उत्तर भारत राज्यों में न्यूनतम तापमान में और कमी आ सकती है। कई राज्यों में कोहरा भी छाएगा। दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे और प्रदूषण के कारण गुरुवार को लगातार दूसरे दिन विमान सेक्टर ईस्ट-विस्ट अराउंड रहा। दिल्ली हवाईअड्डे पर 300 से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई। 

घना कोहरा पर कई स्थान 

उत्तर भारत के कई शहरों में गुरुवार की सुबह धुंध की चाँदनी नजर आई। दिन और रात के तापमान में अंतर महसूस हो रहा है। आने वाले कुछ दिनों में देशों के उत्तर और मध्य में न्यूनतम तापमान में बड़ी गिरावट के आकलन हैं। मौसम विभाग का कहना है कि दिल्ली-सांडे कोहरे में गुरुवार को दृश्यता बेहद कम हो गई। शुक्रवार को स्मॉग की परत से आसमान ढका रहेगा। इससे वायु गुणवत्ता और खराब होने के पहलू हैं।

ला नीना प्रभाव: अगले 3 महीने तक रहेगी ठंड! IMD का पूर्वानुमान जारी 

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